कवि: आदित्य कुमार
२. रात है तो सुबह भी होगी
विशवास है तो कामयाबी भी होगी
खुद को जंजीरों में क्यों जकड़े हो
तुम चाहो तो पुरी कायनात तुम्हारी होगी।
कवि: आदित्य कुमार
३. हारकर जितने वाले को बाजीगर कहते है
जीतकर कर हारने वाले को कमजोर कहते है
लेकिन जो न लड़े उसे कायर कहते है।
कवि: आदित्य कुमार
४. राही तो राह पर चल कर
अपनी मंजिल की ओर जाते है
हमसफर तो उनसे मिलकर
बिछड़ जाते है, मगर
जो सपने देखते है वही
तो इतिहास रच जाते है।
५. छत पर जाने वाली सीढ़ी तो
आम मजदुर बनाते है, पर
पर आसमान पर चढ़ने वाली सीढ़ी
हम सपने देखने वाले लोग
खुद ही बनाते है।
6. It is not necessary that
कवि: आदित्य कुमार
५. छत पर जाने वाली सीढ़ी तो
आम मजदुर बनाते है, पर
पर आसमान पर चढ़ने वाली सीढ़ी
हम सपने देखने वाले लोग
खुद ही बनाते है।
कवि: आदित्य कुमार
6. It is not necessary that
what is my first background
but it is necessary that
what is the quality inside me and
what has been improved so far.
७. अंधेरे में रोशनी को ढूंढने चला था
रोशनी तो मिल गई पर मंजिल अभी दूर थी
परेशानियों ने तो लाख रोका मुझे पर,
मेरे सपने अभी मेरे करीब थे।
८. कविताओं के साये में लिपटी हुई
कोई गीत सुनाता हूँ,
अपनी जिंदगी की सबसे अनमोल
कड़ी मैं खुद को बताता हूँ।
Life didn't take any contract,
By Aditya Kumar
७. अंधेरे में रोशनी को ढूंढने चला था
रोशनी तो मिल गई पर मंजिल अभी दूर थी
परेशानियों ने तो लाख रोका मुझे पर,
मेरे सपने अभी मेरे करीब थे।
कवि: आदित्य कुमार
कोई गीत सुनाता हूँ,
अपनी जिंदगी की सबसे अनमोल
कड़ी मैं खुद को बताता हूँ।
कवि: आदित्य कुमार
Life didn't take any contract,
Which will work for you every time.
So you have to get used to it.
There are always wins and losses in life.
So you have to accept both.
By Aditya Kumar
१०. मंजिल तो मिलेगी, भटक कर ही सही,
गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं।
Tags:
Precious Words