आज का युग
अब आने वाली है वह मशीनी दुनिया
जहां लोग केवल मशीनों का इस्तेमाल करेंगे,
जहां लोग हाथों का नहीं
बल्कि दिमाग का इस्तेमाल करेगें।
आज के दौर में गांधीजी की
वह अनमोल बातें इस,
दुनिया की भीड़ में विलुप्त हो गयी है
केवल उनकी छाप छूट गयी है।
अब वो दिन दूर नहीं जब
भारत और अमेरिका में कोई फर्क नहीं होगा,
मुझे ऐसा लगता है कि
भारत और पाकिस्तान कभी एक नहीं होगा।
कभी यह भारत साधुओं की धरती हुआ करती थी
अब यह भारत मशीनों की धरती बनेगी,
दुनिया थक जाएगी मगर मशीन चलेगी
लोग मरेगें मगर मेरी कविताएं रहेंगी।
Writer: Aditya Kumar
Tags:
Poetry